Biodiesel Business Idea : बिजनेस तो हर कोई करना चाहता है लेकिन पूंजी की कमी के कारण हर किसी की इच्छा आसानी से पूरी नहीं हो पाती है. हालाँकि, कुछ व्यवसाय ऐसे भी हैं जिन्हें कम लागत पर भी शुरू किया जा सकता है। हम आपको एक ऐसा बिजनेस आइडिया बताने जा रहे हैं, जिसे कम पूंजी में शुरू किया जा सकता है.
यह बिजनेस डीजल से जुड़ा है, लेकिन इसके लिए आपको पेट्रोल पंप खोलने की जरूरत नहीं है. बल्कि आप खेत में डीजल की फसल भी उगा सकते हैं. आप सोचेंगे कि पेट्रोल और डीजल तो जीवाश्म ईंधन हैं, तो इनकी खेती कैसे हो सकती है? तो आइए साफ कर दें कि बायोडीजल की खेती की जा सकती है। आइये जानते हैं कैसे?
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खेत में लगाएं ‘डीजल प्लांट’
रतनजोत के पौधे के बारे में तो आपने सुना ही होगा, अंग्रेजी में इसे जेट्रोफा कहते हैं। दरअसल, रतनजोत के बीजों से बायोडीजल निकाला जाता है। ऐसे में इसके उत्पादन से अच्छी कमाई की जा सकती है. कई स्थानों पर जेट्रोफा को आम बोलचाल की भाषा में डीजल पौधा भी कहा जाता है। खास बात यह है कि रतनजोत का पौधा कहीं भी उगाया जा सकता है, चाहे वह बंजर भूमि ही क्यों न हो।
बायोडीजल की खेती कैसे करें
जेट्रोफा यानी रतनजोत की खेती के लिए ज्यादा जुताई, सिंचाई और पैसे की जरूरत नहीं होती है. इसके बीज भी बाजार में आसानी से मिल जाते हैं। एक बार इस पौधे को बोने के बाद 4 से 6 महीने तक देखभाल की आवश्यकता होती है।
इसके बाद जब पौधा तैयार हो जाता है तो सालों तक बीज देता रहता है. इससे प्राप्त बीजों से 25 से 30 प्रतिशत तक तेल निकाला जाता है। इससे डीजल बनाने के लिए वास्तविक डीजल में जेट्रोफा के बीजों से प्राप्त लगभग 18% तेल मिलाकर “बायो डीजल” बनाया जाता है।
बायोडीजल क्या है
बायोडीजल पारंपरिक या ‘जीवाश्म’ ईंधन का एक वैकल्पिक ईंधन है। बायोडीजल का उत्पादन सीधे वनस्पति तेल, पशु वसा, तेल और अपशिष्ट खाना पकाने के तेल से किया जा सकता है। बायोडीजल को पर्यावरण के अनुकूल कहा जाता है।
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण भारत समेत दुनिया भर में वैकल्पिक ईंधन की मांग बढ़ रही है, इसलिए रतनजोत की खेती लाभदायक साबित हो रही है।